पिछले
 पोस्ट में मैंने अखाड़ो और आश्रम के अन्दर की बाते लिखी थी इस बार मै थोडा 
और अन्दर गया और एक पंजाब से आये बाबा की कुटी के अन्दर घुसा तो देखा की 
बाबा जी अपने साथ सोनी की 42" की एलसीडी साथ लाये है और क्रिकेट नामक 
विद्या पर अपने भक्तो के साथ दन्लफ़ के 
गद्दे पर बैठ कर साधना कर रहे है, बाबा जी की कठिन साधना से प्रभावित होके 
मैंने सोचा बाबा जी की फोटो खीचने के बहाने बाबा जी की साधना की भी फोटो 
खीच लूँगा, तभी उनका चेला आया और बोल "Photo not allowed without 100 
rupese per photo payment"  जो की मेरे बस की बात नहीं थी फिर क्या? बाहर 
निकला और chintoo कैमरे से चुपके से फोटो ले ली, बाबा जी की साधना और उनके 
चेले की रिक्वेस्ट देखकर साथ चल रहे मेरे मित्र के मुह से बरबस ही निकल पड़ा
 "हे प्रभु, अगले जनम मोहे "बाबा" ही कीजो" तभी एक बाबा आये और बोले 
तथास्तु, आशीर्वाद। किंजल

तथास्तु, आशीर्वाद
जवाब देंहटाएं