अपनों के प्रति आभार

Umesh Bhaiya, Kinjal, Palakdhari Bhaiya
जिंदगी तो जीते सभी है, पर वो क्या सच मायनो में सही जिंदगी को जी पाते है? लोग हमेशा अपने छोटे छोटे फायदों के लिए जाने अनजाने पता नहीं कितने लोगो का नुकशान करते चले जाते है. और जीवन का अंत होता कहा है ये सब जानते है, अंत के समय अगर कुछ साथ होता है तो ना ये धन, ना पैसा, ना लोग. अगर होता है तो केवल दूसरो की दुआओं का साथ उनका आशीष और प्यार! इशलिये मेरा मानना है की, ना जाने कितने कठिन परिश्रमो के बाद अगर ये मानव जन्म पाया है तो कुछ ऐसा करते चलो जिससे कुछ आत्म संतुष्टि मिल सके! कम से कम किसी एक को तो एक खुशहाल जीवन देते चलो! 
kinjal kumar
शायद आप सोच रहे होंगे ये सब किताबी बाते है, पर मेरे हिसाब से ऐसा नहीं है! किसी को एक बार ख़ुशी देकर तो देखिये उसके बाद आप महशूश करेंगे की, उसके बदले जो आप को ख़ुशी मिली वो दुनिया में लाखो के धन दौलत को खर्च करने के बाद भी नहीं मिलती! जिसको आप केवल महशूश ही कर सकते है खरीद नहीं! आपका ऐसा करने पर शायद लोग, आपके अपने आपकी आलोचना करे! दूसरो की छोडिये आप एक बार ऐसा करके तो देखिये, आप खुद, खुद की नजरो में अच्छे ना बन जाये तो कहियेगा!
बस इन्ही बातो को अपनाते हुए मै अपने जीवन को आगे बढाता जा रहा हु. एक बात जो मैंने हमेशा महसूस किया है और जो शायद सच भी है.. की इन्शान को कभी अपना अतीत (past) नहीं भुलाना चाहिए, जो इन्शान अपना अतीत भूल जाता है वो जीवन में हमेशा धोखा खता है, और जो सबसे कष्ट दायक बात होती है वो यही की, वो धोखा देने वाले, साथ छोड़ने वाले कोई और नहीं बल्कि अपने ही होते है, जिन पर हमे शायद कुछ ज्यादा ही भरोशा होता है. जब आप सफल होगे तो आपके आलोचक, दुशमन भी आपकी झूठी तारीफ करेगे और हमेशा कठिनाई, अश्फलता आने पर आपका साथ छोड़ देगे, इशलिये हमेशा उनका साथ दो जिन्होंने आपका साथ दुःख में दिया हो, नाकि उनका जिन्होंने सुख में. एक बात जो मैंने अक्सर अपने जीवन में देखा है और शायद कटु सत्य भी है की, सफलता सब कुछ दिला देती है, आपके सारे दोषों को छुपा देती है, और सब लोग आपके पीछे घुमने लगते है, पर कहते है ना "सब दिन होत ना एक सामान"! परिवर्तन संसार का नियम है, और जीवन में परिवर्तन होते ही बस साथ रहती है तो आँखों में आंशु और उन्ही लोगो की यादे जिन्होंने केवल सुख में आपका साथ दिया था.
ये बाते कोई किताबी नहीं बल्कि मैंने खुद अपने जीवन में देखा है. जिसकी वजह से मै आज यहाँ पर हु. मेरी उम्र कोई बहुत ज्यादा नहीं है पर कहते है. ना परिस्थितिया सब कुछ सिखा देती है. तो वैसा ही कुछ मेरे साथ भी है.
एक बात और जो मै मुख्य तौर पर पुरुषो से कहना चाहता हु, वो यही की हमेशा अपने माता पिता जी को आदर दे, सम्मान दे जिन्होंने आपको जन्म दिया. अगर भगवान के बाद कोई और आपको जीवन देता है, आपकी हमेशा रक्षा करता है तो वो सबसे पहले आपके माता पिता होते है.
kinjal kumar
जीवन ने मुझे बहोत कुछ दिखाया है और मैंने देखा भी है. इस देखने, दिखने के परिणाम स्वरुप अगर मुझे कुछ मिला तो वो है मेरा परिवार, मेरे दोस्त!.
मै आज अगर किसी लायक हु और जिन्दा हु तो उसमे मेरे कुछ अपनों का बहोत बड़ा योगदान है. जिसमे सबसे पहले मेरे पापा जी है. जिनका मैंने धैर्य, अपनापन और त्याग देखा है  मेरी माँ  है जिनका मैंने पागलपन और उसके बाद भी प्यार और सीधापन देखा है, जो की दुनिया के लालाचपन से कही अलग है. अपने बुआ के लड़के पलकधारी भैया का सीधापन और निस्वार्थ अपनापन देखा है. मेरे बड़े भैया उमेश जिनका मैंने शादी के बाद भी दस सालो तक पढाई करने का धैर्य और मानसिक तनाव सहने की छमता देखि है. मेरी भाभी रंजू का जिनका मैंने त्याग, सहनशीलता और खुशियों से समझोता करना देखा है. अपने मामा राजू का जिनको मैंने संसाधनों के आभाव में भी मुस्कुराते देखा है. अपनी बहनों मुन्नी, बेबी और प्रिन्शी का जिन्होंने मुझे जीवन में बहुत कुछ सिखाया. अपने दोस्त कुकु का जिसके अनंत प्यार और त्याग ने मेरे जीवन को एक शार्थक मोड़ दिया. अपने दोस्तों आशु, प्रवेश, राज, विनय का जिन्होंने हर उस पल निस्वार्थ भाव से मेरा साथ बिना कहे दिया जब मुझे इनकी आवश्यकता थी. मै अपने दोस्तों आशु, कुकु, प्रवेश, राज का तहे दिल से सुक्रगुजर हु और सदा इनका कर्जदार रहूगा, जिनकी वजह से आज मै और मेरा परिवार सुखमय है! इन्होने तब मेरा साथ दिया जब मेरे कई अपने सगो ने भी मुझसे और मेरे परिवार से मुह मोड़ लिया था.
मेरे लिए ये सभी:- पापा, मम्मी, पलकधारी भैया, उमेश भैया, रंजू भाभी, राजू मामा, आशु, कुकु, प्रवेश, राज, मुन्नी, बेबी, प्रिंसी अतुल्यनीय रहेगे.